1. What is Initial Coin Offering (ICO) in hindi ? | प्रारंभिक सिक्का पेशकश या प्रारंभिक मुद्रा की पेशकश क्या होता है?
प्रारंभिक सिक्का पेशकश एक तरह से नई Cryptocurrency की शुरुआत करने के लिए पैसा जुटाने का तरीका है I जिसको crowd funding कहते है । यह शेयर मार्केट में आने वाले IPO के जैसा है लेकिन बहुत भिन्न है I ICO, blockchain की तकनीकी पर कार्य करते है. I इसमें Blockchain या नई Cryptocurrency शुरू करने वाला पहले अपना डिजिटल टोकन मिंट करते हैं और शुरुआती निवेशक को Bitcoin या और किसी Cryptocurrency के बदले अपना नया डिजिटल टोकन देता है I
2. What is the history of Initial coin offering(ICO) in hindi ? प्रारम्भिक सिक्का पेशकश की शुरुआत कब हुई ?
मास्टर कॉइन ने जुलाई 2013 मे initial coin offering (ICO) आयोजित किया था । इसके बाद जुलाई 2014 मे Etherium ने टोकन बिक्री करके 31000 BTC फंड इकट्ठा किया था जो जो उस समय लगभग 18.3 मिलियन डॉलर के बराबर था । Etherium एक अग्रणी ब्लॉकचैन प्लेटफॉर्म है जो ICO के लिए 80 % से अधिक मार्केट की हिस्सेधारी रखता है । ERC-20 मानक पर Etherium आधारित है ।
- 1. What is Initial Coin Offering (ICO) in hindi ? | प्रारंभिक सिक्का पेशकश या प्रारंभिक मुद्रा की पेशकश क्या होता है?
- 2. What is the history of Initial coin offering(ICO) in hindi ? प्रारम्भिक सिक्का पेशकश की शुरुआत कब हुई ?
- 3. ICO और IPO में क्या अन्तर है? | What is the difference between ICO and IPO ?
- 4. ICO कैसे कार्य करता है जानिए हिन्दी मे ?| How ICO works in hindi ?
- 5. ICO के रिस्क क्या है ? | What are the risk associated in ICO in hindi ?
- 6. ICO घोटाले से कैसे बचे ? | How to protect yourself from scam due to ICO in hindi ?
- 7. Initial Coin offering प्लेटफॉर्म क्या है What are the Initial Coin offering Platform ?
- 7. What are the Initial Coin Offering website ?
- 8. Initial coin Offering list क्या है ? What is Initial coin Offering(ICO) list?
- 9. Initial coin offering Advantages in hindi ? ICO के लाभ हिन्दी मे
- 10. What are the disadvantages of ICO in hindi ?
3. ICO और IPO में क्या अन्तर है? | What is the difference between ICO and IPO ?
ICO क्रिप्टोकरन्सी की दुनिया मे IPO की तरह है , IPO में कंपनियां पैसे के बदले उचित मुल्य के बराबर कंपनी के शेयर देती है जो एक हिस्सेदारी की तरह है, जबकि ICO मे क्रिप्टोकरन्सी स्टार्ट अप या कंपनी फंड के रूप मे कोई और क्रिप्टो जैसे कि Bitcoin या Etherium लेती है या Fiat money लेती हैं I इनके बदले लॉन्च होने वाले क्रिप्टो की एक मात्रा निवेशकों को टोकन के रूप मे बेचा जाता है I क्रिप्टो के परियोजना के सफलतापूर्वक आयोजन या ICO के लक्ष्य पूरा होने के बाद टोकन को भविष्य की क्रिप्टो के रूप मे प्रचारित किया जाता है I IPO के लिए सरकारी नियम और शर्तें होती है लेकिन ICO के लिए कोई भी सरकारी नियामक नहीं होता इसलिए यह एक जोखिम वाला निवेश होता है ।
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4. ICO कैसे कार्य करता है जानिए हिन्दी मे ?| How ICO works in hindi ?
नया क्रिप्टो लांच करने वाली कंपनी या स्टार्ट अप फंड जमा करने के लिए ICO लेकर आता है I कंपनी सबसे पहले ICO के द्वारा जमा करने वाली राशि के लिए एक ढांचा या structure बनाते है I इस ढ़ाचे या structure का लक्ष्य फंड को इकट्ठा करने के तरीके से होता है । यह ढ़ाचा या structure तीन तरह से हो सकता है ।
- टोकन और संख्या और मुल्य का निश्चित होना | Fixed tokens and fixed price.
- निश्चित टोकन की संख्या और एक परिवर्तनीय मुल्य Fixed tokens and variable price
- परिवर्तनीय टोकन संख्या और निश्चित मुल्य | Variable number of tokens and fixed price.
ICO का मूलभूत ढांचा बनाने के बाद कंपनी या स्टार्टअप एक श्वेत-पत्र (white paper ) बनाती है जो कि सम्भावित निवेशकों को वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध कराया जाता है. I परियोजना का प्रमोटर श्वेत-पत्र के जरिए निम्नलिखित जानकारी देता है
- ICO परियोजना क्या है ?
- ICO परियोजना के उद्देश्य क्या है । परियोजना पूर्ण होने पर क्या जरूरतें पूरी होंगी ।
- यह क्रिप्टो करन्सी वर्तमान मे उपस्थित क्रिप्टो करन्सी से कैसे भिन्न है ।
- परियोजना के लिए कितने फंड की जरूरत होगी ।
- अन्य ICO का मार्केट रिसर्च ।
- प्रोमोटर्स (Promoters) कितना वर्चुअल टोकन अपने पास रखेंगे ।
- ICO परियोजना मे किस तरह की मुद्रा (currency) स्वीकार की जाएगी ।
- कितने समय तक ICO का अभियान चलेगा ।
- सोशल मीडिया मे क्या उपस्थिति है ।
5. ICO के रिस्क क्या है ? | What are the risk associated in ICO in hindi ?
वर्तमान मे ICO को लेकर कोई भी सरकारी विनिमय नहीं है । कानूनी विनिमय और प्रवर्तन की कमी के कारण ICO मे घोटाले बहुत हुए है। इस वजह से 2018 मे ICO से संबंधित कई घोटाले भी हुए है । इसलिए निवेश करने से पहले पूरी जानकारी करना जरूरी है । रग पुल (Rug पुल) जैसा घोटाला इसमे होने की संभावना बहुत ज्यादा है ।
6. ICO घोटाले से कैसे बचे ? | How to protect yourself from scam due to ICO in hindi ?
ICO मे निवेश करने मे फंड डूबने मे से बचने की कोई गारंटी नहीं है । ICO मे घोटाले से बचने के लिए निम्न तरीके कर सकते है । कोशिश करे की केवल प्रतिस्थित क्रिप्टो इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म से ही ICO मे इन्वेस्ट करे ।
- सुनिश्चित करे की परियोजना के प्रोमोटर की प्रतिष्ठा अच्छी हो ।
- सुनिश्चित करे की परियोजना के प्रोमोटर या डेवलपर ने जो लक्ष्य दिए है वह स्पष्ट है ।
- सुनिश्चित करे की ICO लॉन्च करने वाली कंपनी और ICO का श्वेत पत्र 100 % पारदर्शी हो
- एक निवेशक के तौर पर यह नैतिक जिम्मेदारी है की ICO के कानूनी नियमों और शर्तों की समीक्षा स्वयं करे । चूंकि पारंपरिक नियामक आमतौर पर इस स्थान की देखरेख नहीं करते हैं, इसलिए यह जानना जरूरी है की यह ICO वैध है।
- सुनिश्चित करे की आईसीओ फंड एस्क्रो वॉलेट में संग्रहीत हैं। इस प्रकार के वॉलेट के लिए कई एक्सेस कुंजियों की आवश्यकता होती है, जो घोटालों से उपयोगी सुरक्षा प्रदान करती है।
कोशिश करे की केवल प्रतिस्थित क्रिप्टो इनवेस्टमेंट प्लेटफॉर्म से ही ICO मे इन्वेस्ट करे । अगर आप इंडिया मे ICO मे निवेश करना चाह रहे है तब WazirX के Initial Coin Offer को भी देख सकते है ।
7. Initial Coin offering प्लेटफॉर्म क्या है What are the Initial Coin offering Platform ?
ICO टोकन को निवेशकों तक पहुचाने के लिए ICO प्लेटफॉर्म एक विश्वशनीय जरिया है । इस प्लेटफॉर्म के जरिए ICO प्रमोटर्स या डेवलपर्स परियोजना के लिए crowd funding करते है । ICO की खरीद वर्चुअल कैश या अन्य डिजिटल मुद्राओं के माध्यम से निवेशकों द्वारा पूंजी निवेश किया जाता है । ICO टोकन डिजिटल मुद्रा, शेयर या टोकन वाली भौतिक संपत्ति का एक रूप है। ICO टोकन की प्रकृति के आधार पर ICO टोकन को अक्सर विभिन्न अनुपालन और अन्य सुरक्षा कानूनों द्वारा विनियमित किया जाता है। भुगतान गेटवे आदि जैसे भुगतान लेनदेन में शामिल बिचौलियों से बचने के लिए ICO प्लेटफॉर्म बैंकों और भुगतान गेटवे मे मदद करते है । कंपनी की फंडिंग आवश्यकता अगर पूरी हो जाती है तब यह माना जाता है की ICO की टोकन बिक्री अभियान सफल है । एकत्रित पूंजी का उपयोग परियोजना को चलाने के लिए किया जाता है । अगर परियोजना की फन्डिंग आवश्यकताए पूरी नहीं हो पाति तब ICO टोकन बिक्री अभियान को विफल माना जाता है और निवेशकों का पैसा वापस कर दिया जाता है ।
7. What are the Initial Coin Offering website ?
इस वेबसाईट पर प्रमोटर ICO के बारे मे श्वेतपत्र एवं परियोजना की पूरी जानकारी निवेशकों को देता है ।
8. Initial coin Offering list क्या है ? What is Initial coin Offering(ICO) list?
नीचे दिए गए लिंक मे नए ICO की जानकारी उपलब्ध है
9. Initial coin offering Advantages in hindi ? ICO के लाभ हिन्दी मे
- ICO टोकन में निवेशक इस उम्मीद से निवेश करता है Cryptocurrency लॉन्च होने के बाद अच्छा लाभ देगा I यह एक मुख्य कारण है ICO में निवेश करने का I
- ICO सभी के लिए उपलब्ध है और ये परियोजना शुरू होने के बाद कभी भी निवेश कर सकते है
10. What are the disadvantages of ICO in hindi ?
- ICO के द्वारा फ्रॉड की संभावना काफी है इसलिए निवेशक को परियोजना के प्रमोटर का background देखना जरूरी है. I निवेशक को श्वेत-पत्र में दिये गये दावे को verify करना चहिये
- ICO किसी भी सरकारी नियामक के दायरे मे नही आते इसलिए धोखाधड़ी की संभावना ज्यादा होती है
- ICO के फेल होने की जवाबदेही किसकी होगी यह एक मुश्किल सवाल है
- ICO परियोजना विफल होने की दशा में टोकन का मुल्य गिर सकता है और worthless हो सकता है I
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