श्री शनि देव: आरती कीजै नरसिंह कुंवर की (Shri Shani Dev Aarti Keejai Narasinh Kunwar Ki in hindi)

8
760
Top Ad

मुख्य बाते :

  • शनिदेव भगवान सूर्य के पुत्र है। शनिदेव यम के भाई भी है और न्याय के देवता भी है ।
  • शनि देव की पूजा तिल से की जाती है ।
  • शनिदेव के कुल 12 अवतार है ।

2022 Shani dev ji ki aarti hindi me: शनिदेव की पूजा शनिवार के दिन की जाती है । शनि देव को न्याय देवता के रूप मे माना जाता है । शनि देव हिन्दू धर्म के लिए महत्वपूर्ण देवता के रूप मे पूजा की जाती है । शनि देव की पूजा जीवन मे बुराई और बढ़ाओ को दूर करने के लिए की जाती है । आज हम जानेंगे शनि देव भगवान कौन है और शनिदेव किसके अवतार है ।

शनिदेव भगवान कौन है ?

शनिदेव भगवान सूर्य के पुत्र है। शनिदेव यम के भाई भी है और न्याय के देवता भी है । सूर्य देव ने अपने शाप से शनि देव के घर को जला दिया था । शनि देव ने तिल से अपने पिता सूर्यदेव की जिससे सूर्य देव प्रसन्न हो गए । इसके उपरांत शनि देव और सूर्य की पूजा तिल से करने की परंपरा शुरू हुई ।

शनिदेव के कितने अवतार है ?

शनिदेव के कुल 12 अवतार है । हर रूप की शनि की पूजा होती है ।

शनिदेव की पूजा क्यों और किस समय करनी चाहिए ?

शनिदेव की पूजा आरंभ करने से पहले सर्वप्रथम गणेश जी की पूजा करे । उसके उपरांत मंदिर में तेल का दीपक जलाएं पूजा प्रारंभ करें । भगवान शिव औऱ हनुमान जी को भोग लगाए और फूल चढ़ाएं। पूजा के अंत में 21 बार शनिदेव महाराज के मंत्रों का जाप करें और अंत में कपूर से आरती करें। पूजा के दिन उपवास करें और शाम को पूजा दोहराकर पूजा का समापन करें ।

आरती कीजै नरसिंह कुंवर की ।
वेद विमल यश गाउँ मेरे प्रभुजी ॥

पहली आरती प्रह्लाद उबारे ।
हिरणाकुश नख उदर विदारे ॥

दुसरी आरती वामन सेवा ।
बल के द्वारे पधारे हरि देवा ॥

तीसरी आरती ब्रह्म पधारे ।
सहसबाहु के भुजा उखारे ॥

चौथी आरती असुर संहारे ।
भक्त विभीषण लंक पधारे ॥

पाँचवीं आरती कंस पछारे ।
गोपी ग्वाल सखा प्रतिपाले ॥

तुलसी को पत्र कंठ मणि हीरा ।
हरषि-निरखि गावे दास कबीरा ॥

अन्य आरती संग्रह :

श्री शनि देव जी की आरती / lyrics हिन्दी में : आरती कीजै नरसिंह कुंवर की

श्री गणेश जी आरती / lyrics हिन्दी में  : जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा

संतोषी माता की आरती / lyrics हिन्दी में  : जय सन्तोषी माता आरती

श्री कृष्ण जी की आरती / lyrics हिन्दी में  : आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी

दुर्गा माता आरती लीरिक्स / lyrics हिन्दी में : जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी – आरती

माँ काली आरती लीरिक्स / lyrics हिन्दी में : अम्बे तू है जगदम्बे काली आरती

श्री दुर्गा चालीसा  लीरिक्स / lyrics हिन्दी में : नमो नमो दुर्गे सुख करनी,नमो नमो अम्बे दुःख हरनी ।

दुर्गा माता आरती लीरिक्स / lyrics हिन्दी में : जय अम्बे गौरी माँ दुर्गा जी की आरती

Janmashtami 2022 Date: श्रीक़ृष्ण जन्म अष्टमी 2022 कब है ,पूजा विधि, शुभ मुहूर्त ।

Multiplex ad

8 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.